रेखा 67 साल की हो चुकी है लेकिन बढ़ती उम्र का असर उन पर दिखता ही नहीं। देखा जाए तो बॉलीवुड में एक रहस्य कहीं जाती है रेखा। हर कोई जानना चाहता है रेखा का राज। माया नगरी की माया का रहस्य। जब जब रेखा किसी पार्टी में सिंदूर लगाकर पहुंचती है तो हर कोई जानना चाहता है आखिर रेखा ने यह सिंदूर किसके लिए लगाया है?
रेखा का प्यार, रेखा का घर, यहां तक की रेखा की शादी भी आज तक एक राज ही रही है। फिलहाल रेखा की जिंदगी में कोई प्यार है या नहीं यह तो वही जाने, लेकिन रेखा हमेशा अपनी मांग में सिंदूर लगाए दिखती हैं। तो चलिए आज आपको बताते हैं रेखा के सिंदूर के पीछे का राज।
अमिताभ और रेखा का क्या रिश्ता रहा है यह किसी से छुपा नहीं है। 1980 में भी रेखा यही चाहती थी कि अमिताभ कम से कम सबके सामने उनके रिश्ते की बात तो करें। लेकिन ऐसा कभी हुआ नहीं। और फिर 1 दिन रेखा नजर आई एक ऐसे अंदाज में जिसे देखकर पूरी फिल्म इंडस्ट्री हैरान रह गई।
साल 1980 की बात है मौका था ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी का। आमतौर पर शादी में सबका ध्यान दूल्हा-दुल्हन पर ही रहता है। लेकिन जब रेखा वहां आई तो वहां मौजूद हर इंसान की नजर रेखा की तरफ ही मुड़ी रह गई। हर जगह सवाल उठने लगे और लोग दबी जबान में बात करने लगे कि क्या रेखा और अमिताभ ने शादी कर ली है।
उस रात की कई तस्वीरें मैगजींस में छपी लेकिन रेखा ने कभी इसका कोई जवाब नहीं दिया। और वह राज राज ही बनकर रह गया। बॉलीवुड सूत्रों की मानें तो रेखा उसके नाम का सिंदूर लगाती है जिसको पाने के लिए वह पिछले 35 साल से तड़प रहे हैं। कुछ लोग कहते हैं कि रेखा सिंदूर सिर्फ अपनी खूबसूरती बढ़ाने के लिए लगती हैं। देखिए यह तो रेखा ही जाने।
लेकिन जब जब रेखा अपनी मांग में सिंदूर लगाकर निकलती हैं तो अफवाहों का बाजार गर्म हो जाता है। रेखा को ना तो पिता का प्यार मिला और ना ही उसका प्यार नसीब हुआ जिसे उन्होंने चाहा। रेखा ने जब भी दिल लगाया हमेशा टूटा उनका भरोसा। यूं तो रेखा का सबसे चर्चित अफेयर अमिताभ बच्चन के साथ रहा। लेकिन इसके बाद भी रेखा ने कई बार दिल लगाया। रेखा की जिंदगी में चाहने वाले एक के बाद एक आते रहे लेकिन कोई भी उनका सहारा ना बन सका।
1990 में रेखा ने बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल से शादी की थी। लेकिन उन दोनो की शादी 3 महीने में ही टूट गई थी। दोनों ने एक दूसरे से त’लाक ले लिया था। कुछ ही दिनों बाद मुकेश ने इस दुनिया को भी छोड़ दिया था। यह चौंकाने वाली बात यह है कि जिस दुपट्टे की मदद से मुकेश ने इस दुनिया को छोड़ा था, वह रेखा का था और उस पर रेखा का ही नाम लिखा था। रेखा पिछले कई सालों से अपने बांद्रा वाले घर में अकेली रहती आई हैं। उनकी जिंदगी के बारे में उनके और उनकी पर्सनल सेक्रेटरी फरजाना के अलावा कोई नहीं जानता है।