महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसी शख्सियत है जिसे भारतीय कप्तानी का बेताज बादशाह माना जाता है। भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास के सबसे ज्यादा मशहूर कप्तान की बात की जाए तो वह और कोई नहीं बल्कि महेंद्र सिंह धोनी ही हैं। अपनी कप्तानी में उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को ICC के तीनों टूर्नामेंट जितवाए और इसके अलावा भारतीय क्रिकेट टीम को उन नई बुलंदियों तक पहुंचाया जहां पूरी दुनिया में हमारी पहचान बनी।
जैसा कि हम सब जानते ही हैं कि महेंद्र सिंह धोनी की फैन फॉलोइंग इतनी बड़ी है कि शायद ही किसी और क्रिकेट खिलाड़ी की कभी इतनी फैन फॉलोइंग हुई होगी। कहां जाता है कि क्रिकेट को चाहने वाले उन्हें भगवान तक मानते हैं। इसी के चलते आज हम आपको धोनी की जिंदगी से जुड़े ऐसे किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें धोनी के एक संघर्ष के दिनों से ही जुड़े उनके फैन को खुद धोनी ने ₹35000 दिए थे।
तो दरअसल दोस्तों किस्सा शुरू होता है जब धोनी अपने बचपन में रांची खेल मैदान में क्रिकेट प्रैक्टिस के लिए जाया करते थे। धोनी प्रैक्टिस के दौरान अक्सर ही अपने दोस्तों के साथ मैदान के बाहर खड़े ठेले वाले के चने खाया करते थे। और कभी-कभी जैसा कि हम आमतौर पर करते हैं थोड़ा बहुत उधार में लेनदेन भी कर लिया करते थे। संजोग की बात तो यह है कि उन ठेले वाले अंकल का नाम भी महेंद्र ही है।
तो कहानी कुछ यूं आगे बढ़ती है कि अपने संघर्ष के दिनों की मेहनत के दम पर जब वह भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बन गए। तब एक बार एक अखबार में यूं छपता है कि महेंद्र सिंह धोनी एक ठेले वाले के चने खाते थे और उनके उधार के पैसे नहीं दिए थे।
फिर धोनी को इस खबर के बारे में पता लगता है तो वह एक कार्यक्रम के चलते रांची जाते हैं। धोनी को पता होता है कि वह चने बेचने वाले अंकल आज भी वही खड़े होते हैं। इसी के चलते धोनी खुद उन अंकल के पास जाते हैं और उनसे पूछते हैं कि आपके कितने पैसे बकाया हैं? तब अंकल मना करते हैं कि मेरा कोई पैसा बकाया नहीं है। लेकिन अंकल ने उसके बाद रिपोर्टर को बताया कि भीड़ के चलते अंकल को बिना पता चले चुपके से धोनी वह पैसे उनके ठेले पर ही रख जाते हैं।
जब रिपोर्टर ने पूछा कि वह कितने रुपए थे तो ठेले वाले अंकल बताते हैं कि वह पूरे ₹35000 थे। इसी के चलते रिपोर्टर अंकल से पूछते हैं कि क्या सही में धोनी ने उधार लेकर उनके पैसे नहीं लौटाए थे। अंकल इस बात का हंसते हुए जवाब देते है कि ऐसा कुछ नहीं है बल्कि जब भी धोनी और उनके दोस्त उधार लिया करते तो समय पर पूरे पैसे लौटा दिया करते थे। तो दोस्तों यह थी धोनी से जुड़ी एक दिलचस्प और सच्ची कहानी जिससे पता लगता है कि धोनी कितने साफ और दयालु दिल के हैं।