दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं की आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है। यानी जब जब मनुष्य को किसी अति आवश्यक चीज की आवश्यकता पड़ी तब तब उसने उस चीज को हासिल करने के लिए नए-नए आविष्कार किए। ऐसा ही एक नया आविष्कार कर दिखाया है झारखंड के रहने वाले एक 33 वर्षीय युवक ने।
युवक ने देसी जुगाड़ का इस्तेमाल करके अपने गांव में एक बिजली का प्लांट खड़ा कर दिया जो कि बहुत ही छोटा प्लांट है लेकिन इस प्लांट के माध्यम से काफी सारी बिजली का उत्पादन हो रहा है और गांव की बिजली से जुड़ी हुई समस्या का काफी हद तक समाधान भी हो रहा है।
झारखंड के दुलमी प्रखंड के बयांग गांव के रहने वाले केदार प्रसाद महतो नाम के एक 33 वर्षीय युवक ने यह कमाल कर दिखाया है। केदार के गांव में काफी लंबे समय से बिजली का संकट बना हुआ था। गांव में बिजली की कमी होने के कारण काफी सारे महत्वपूर्ण काम होने से वंचित रह जाते थे।
बस इसी समस्या को देखते हुए केदार प्रसाद ने इस क्षेत्र में काम करने का प्रण ले लिया और अपने जीवन के 18 साल इस महत्वपूर्ण कार्य में झोंक दिए। उन्होंने देसी जुगाड़ का इस्तेमाल करते हुए एक छोटा सा मगर बहुत ही कारगर बिजली उत्पादन प्लांट तैयार कर दिया जो आज उनके गांव में 5 किलोवाट बिजली उत्पादन करता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केदार प्रसाद केवल 12वीं पास है परंतु वे इलेक्ट्रिशियन का काम बहुत अच्छी तरीके से करते हैं। इलेक्ट्रिशियन के काम के बल पर ही वे पैसे कमाते हैं और उन्होंने खुद के जेब से पैसे लगाकर ही इस प्लांट को खड़ा किया है। बताया जाता है कि उन्हें यह पूरा प्रोजेक्ट तैयार करने में 3 लाख रुपए खर्च आया था।
उन्होंने साल 2004 में इस प्रयोग को शुरू किया था जिसके बाद वह केवल 12 वोल्ट बिजली पैदा कर पाए। लेकिन इस छोटी सी कामयाबी से ही उनका आत्मविश्वास बढ़ गया और वे लगातार अपने काम में जुटे रहें जिसके बाद साल 2014 में वह 1 किलो वाट बिजली तैयार करने में कामयाब हुए।
अपने इस काम में बिना रुके हुए आगे बढ़ते गए और साल 2021 आते-आते उन्होंने 5 किलो वाट बिजली तैयार कर सभी को हैरान कर दिया। इस प्रोजेक्ट में उन्होंने खुद से बनाया हुआ टरबाइन, मैग्नेट और कोईल लगवाया। केवल 5 किलोवाट बिजली से पूरे गांव को तो रोशन नहीं किया जा सकता
लेकिन उनका कहना है कि उनका यह प्रोजेक्ट अगर और बड़ा कर दिया जाए तो यह लगभग 300 किलो वाट बिजली तैयार करने में सक्षम होगा। लेकिन इसके लिए करीब 35 लाख रुपए खर्च आ सकता है। लेकिन फिलहाल वे अपने द्वारा तैयार की जा रही बिजली से 100 वाट के 40 से 45 बल्ब रोशन कर पा रहे हैं।